झारखंड की महिलाओं के लिए एक अच्छी खबर है। मंईयां सम्मान योजना में भौतिक सत्यापन का काम तेजी से चल रहा है। इस सत्यापन के बाद 12 लाख महिलाओं के खाते में 7500 रुपये जमा होंगे। यह राशि तीन महीने की किस्तों का हिस्सा है। सरकार का मकसद हर पात्र महिला तक लाभ पहुंचाना है। अगर आप भी इस योजना में शामिल हैं, तो यह खबर आपके लिए खास है। आइए, इसे विस्तार से जानते हैं।
भौतिक सत्यापन क्यों जरूरी?
मंईयां सम्मान योजना में पैसा देने से पहले सत्यापन होता है। यह भौतिक सत्यापन इसलिए किया जा रहा है ताकि सही महिलाओं को लाभ मिले। कई बार गलत जानकारी की वजह से राशि अटक जाती है। जैसे कि आधार नंबर गलत होना या बैंक खाता लिंक न होना। इस प्रक्रिया से ऐसी गलतियों को ठीक किया जा रहा है। सरकार चाहती है कि कोई भी पात्र महिला योजना से वंचित न रहे। इसलिए हर आवेदन की जांच हो रही है।
12 लाख महिलाओं को लाभ
सत्यापन पूरा होने के बाद 12 लाख महिलाओं को पैसा मिलेगा। यह राशि 7500 रुपये होगी। इसमें जनवरी, फरवरी और मार्च की 2500-2500 रुपये की तीन किस्तें शामिल हैं। झारखंड सरकार ने कहा है कि होली से पहले यह पैसा ट्रांसफर हो सकता था। लेकिन अब अप्रैल के पहले हफ्ते में यह राशि आने की उम्मीद है। जिन महिलाओं का सत्यापन हो चुका है, उनके लिए यह इंतजार खत्म होने वाला है।
सत्यापन की प्रक्रिया
भौतिक सत्यापन का काम पंचायत और आंगनवाड़ी स्तर पर हो रहा है। अधिकारी घर-घर जाकर जानकारी चेक कर रहे हैं। वे आधार कार्ड, राशन कार्ड और बैंक पासबुक देखते हैं। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि आवेदक झारखंड की निवासी हो। साथ ही, उनकी उम्र 18 से 50 साल के बीच होनी चाहिए। अगर कोई दस्तावेज गलत है, तो उसे ठीक करने का मौका दिया जा रहा है। इस प्रक्रिया में समय लग रहा है, लेकिन यह जरूरी है।
पैसा कब और कैसे मिलेगा?
सत्यापन के बाद पैसा सीधे बैंक खाते में आएगा। इसके लिए डीबीटी यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर का इस्तेमाल होगा। जिन महिलाओं का खाता आधार से लिंक है, उन्हें जल्दी लाभ मिलेगा। सरकार ने बैंकों को निर्देश दिए हैं कि पैसा जल्द से जल्द ट्रांसफर करें। अगर आपका सत्यापन हो गया है, तो अप्रैल की शुरुआत में खाता चेक करें। 7500 रुपये आपके खाते में जमा हो सकते हैं।
क्या करें अगर सत्यापन बाकी है?
अगर आपका सत्यापन अभी नहीं हुआ है, तो परेशान न हों। अपने नजदीकी पंचायत या आंगनवाड़ी केंद्र जाएं। वहां अपनी जानकारी दें। आधार कार्ड, राशन कार्ड और बैंक पासबुक साथ ले जाएं। अगर कोई दिक्कत है, तो अधिकारी से बात करें। वे आपकी मदद करेंगे। सत्यापन के बाद ही आपकी राशि स्वीकृत होगी। इसलिए जल्दी से यह काम पूरा कर लें।
अब तक 38 लाख महिलाओं को मिला लाभ
झारखंड में अब तक 38 लाख महिलाओं को इस योजना का लाभ मिल चुका है। 12 लाख और महिलाएं इस बार शामिल होंगी। सरकार का लक्ष्य है कि 50 लाख से ज्यादा महिलाओं तक यह मदद पहुंचे। सत्यापन के बाद यह संख्या और बढ़ेगी। इससे राज्य में महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।