महाराष्ट्र सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना के तहत राज्य की महिलाओं को प्रतिमाह ₹1,500 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाना है। हाल ही में, 8 मार्च 2025 को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, सरकार ने फरवरी और मार्च माह की दो किश्तों, कुल ₹3,000, एक साथ देने की घोषणा की थी। लेकिन कई महिलाओं के खातों में यह राशि नहीं आई, जिससे उनके बीच चिंता और असंतोष का माहौल बना। आइए, इस विषय पर विस्तार से समझते हैं कि ऐसा क्यों हुआ और आगे क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
फरवरी माह की ₹1,500 की किश्त का वितरण
सरकार ने 7 मार्च 2025 को फरवरी माह की ₹1,500 की किश्त लाभार्थियों के खातों में जमा की। यह राशि अधिकांश महिलाओं के खातों में समय पर पहुंच गई। हालांकि, कुछ महिलाओं के खातों में यह राशि नहीं आई, जिसके पीछे विभिन्न कारण हो सकते हैं।
मार्च माह की ₹1,500 की किश्त का वितरण में देरी
8 मार्च को मार्च माह की ₹1,500 की किश्त का वितरण नहीं हो पाया। इस देरी के पीछे सरकार द्वारा लाभार्थियों की पात्रता की पुनः जांच की प्रक्रिया को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार ने उन महिलाओं की जांच शुरू कर दी है जिन्होंने गलत तरीके से योजना का लाभ लिया है, जिसके कारण कुछ खातों में राशि का ट्रांसफर नहीं हो पाया।
कौन महिलाएं हैं अपात्र?
सरकार ने पात्रता मानदंडों का उल्लंघन करने वाली महिलाओं की पहचान की है, जिन्हें योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इनमें शामिल हैं:
- जिनके परिवार में कोई सदस्य आयकर दाता है।
- जिनके परिवार में कोई सदस्य सरकारी नौकरी में कार्यरत है।
- जिनके परिवार में कोई सदस्य चार पहिया वाहन का मालिक है।
- जो पहले से किसी अन्य सरकारी आर्थिक सहायता योजना का लाभ ले रही हैं।
आगे की कार्रवाई और सुझाव
यदि आप इस योजना की लाभार्थी हैं और आपके खाते में राशि नहीं आई है, तो निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:
- बैंक खाते की जांच करें: अपनी बैंक पासबुक या मोबाइल बैंकिंग ऐप के माध्यम से अपने खाते का बैलेंस जांचें।
- आवेदन की स्थिति सत्यापित करें: सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपनी आवेदन स्थिति जांचें।
- धैर्य रखें: सरकार अगले 2-3 दिनों में मार्च माह की राशि का वितरण करने की प्रक्रिया में है, इसलिए थोड़े समय का और इंतजार करें।